UP Pre Primary School Big News: उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय का विलय हो रहा है और विलय किए जाने के बाद इन खाली पड़े कैंपस में बाल वाटिका शुरू कर दिया जाएगा। बालवाटिका बनाने हेतु संविदा पर एजुकेटर रखे जाने की प्रक्रिया शुरू हो गया है। बता दिया जाता है उत्तर प्रदेश में कम नामांकन वाले परिषदीय विद्यालयों की पेयरिंग लगातार किया जा रहा है और सभी विद्यालय जो कि कम नामांकन वाले हैं उन्हें पास के विद्यालय में मर्ज कर दिया गया है। साथ ही अभी कई और विद्यालय मर्ज किया जाने के योजनाएं चल रही है। इसके साथ ही खाली होने वाले जो स्थिति और कंपोजिट विद्यालय इसमें बाल वाटिका के लिए संविदा पर ECCE कार्मिकों को रखे जाने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है बता दिया जाता है कि जिला स्तर पर इनकी तनाती बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से किया जाएगा।
शिक्षा मंत्रालय के बजट के बाद शुरू हुई यह प्रक्रिया
बता दिया जाता है कि शिक्षा मंत्रालय के द्वारा वार्षिक परियोजना के प्रवेश के परिषदीय प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालय में बाल वाटिका हेतु 8800 ईसीसी संविदा कार्मिक को रखे जाने हेतु बजट पास कर दिया गया है। इस बजट का प्रमुख उद्देश्य प्रदेश के इन विद्यालय में जो आंगनवाड़ी केंद्र चलाए जा रहा है ट्रेंड मानव संसाधन की तैनाती के यहां पर करना है। साथ ही बता दिया जाता है इसके अंतर्गत महानिदेशक स्कूली शिक्षा कंचन वर्मा के द्वारा सभी बेसिक शिक्षा अधिकारी को यहां निर्देश जारी कर दिया गया है कि वह जैम पोर्टल के माध्यम से ईसीसी संविदा कर्मी को रखे जाने की प्रक्रिया 30 सितंबर तक हाल ही में पूरा का जरूर कर लें उन्होंने यह कहा कि सभी 75 जिलों के लिए आवश्यकता आधार पर संविदा कर्मियों की संख्या निर्धारित कर दिया गया है। इसके लिए पिछले वर्ष 10684 ईसीसी एजुकेटर रखा गया था जबकि इस ।।बार 8800 ECCE नये एजुकेटर रखने का निर्देश दे दिया गया है।
प्रदेश के 75 जिलों में संविदा पर ECCE एजुकेटर
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में संविदा पर ECCE एजुकेटर रखा जाएगा। महानिदेशक स्कूली शिक्षा के माध्यम से सभी 75 जिलों में कितने कार्मिक रखा जाना है इसका विवरण जारी कर दिया है। गोरखपुर को रायबरेली की बात किया जाए तो 210 से लेकर 210 एजुकेटर रखा जाएगा। वहीं श्रीवास्तव की बात कर लिया जाए तो 60 गोंडा में 170 लखनऊ में और 90 लाख अमेठी में 130 अलीगढ़ में 90 बहराइच में 200 रायबरेली में प्रयागराज गोरखपुर और हरदोई में 210 एजुकेटर रखा जाएगा। इसके अधिक अलग-अलग जिलों हेतु अलग-अलग संख्या निर्धारित कर दिया गया है।

