OPS Good News: भारत में सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए काफी बड़ी खबर आ चुकी है। जैसे कि आर्थिक सुरक्षा हेतु एक पुरानी पेंशन योजना काफी महत्वपूर्ण है और पुरानी पेंशन योजना और नई पेंशन योजना के बीच जो इस वर्तमान में बहस चल रही है यह बहुत ही विषय जटिल बन चुका है जो कि जनवरी 2025 में आने वाले संभावित बदलाव को लेकर कर्मचारियों के मन में कई प्रकार के सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्या पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाएगा या फिर नई पेंशन स्कीम के तहत है या फिर यूनिफाइड मिशन स्कीम के तहत ही काम चलाना पड़ेगा। पुरानी पेंशन योजना के बारे में बात कर लिया जाए तो 1 जनवरी 2004 से पहले जितने भी नियुक्त सरकारी कर्मचारी हैं उनके लिए पुरानी पेंशन योजना वह बहाल है लेकिन 1 जनवरी 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है। पुरानी पेंशन योजना की सबसे बड़ी खास बात भी है कि अंतिम वेतन का 50% पेंशन के रूप में दिया जाता है और उनके जीवन भर के लिए सुरक्षित आएगा स्रोत भी यहां पर रहता है।
पुरानी पेंशन योजना और नई पेंशन योजना पर बड़ी खबर
जैसे कि 2004 में नई पेंशन योजना को लागू कर दिया गया था सरकारी कर्मचारियों के पेंशन व्यवस्था में अमूल कॉल परिवर्तन में हुआ था। इस योजना में जितने भी कर्मचारी में अपने वेतन का 10% योगदान यहां पर करना होता है। जिसमें सरकार 14% का अतिरिक्त यहां पर योगदान करती है और राशि बाजार में निवेश किया जाता है और कोई जरूरी नहीं है या फिर गारंटी नहीं होता कि उन्हें मिलने वाली पेंशन क्या मिलेगी वहीं पर पुरानी पेंशन योजना के बारे में बात कर लिया जाए तो कर्मचारियों को एक गारंटी कृत पेंशन योजना दी जाती थी और समय-समय महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता था और अंतिम वेतन का 50% भुगतान सीधे तौर पर दिया जाता था।
पुरानी पेंशन हेतु वर्तमान स्थिति और क्या है राज्यों का रूख जाने
वर्तमान में कई राज्य सरकार के माध्यम से पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू किए जाने का निर्णय लिया गया है। जैसे कि राजस्थान छत्तीसगढ़ झारखंड पंजाब और हिमाचल प्रदेश से महत्वपूर्ण राज्य है जहां पर इस दिशा में कदम को आगे बढ़ाया जा चुका है और इन सभी राज्यों का यह मानना है की पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों के हित में एक बेहतरीन कदम है उनके भविष्य को यहां कदम सुरक्षित करता है। भारतीय रिजर्व बैंक के माध्यम से पुरानी पेंशन योजना को लेकर कुछ गंभीर चिंताएं भी व्यक्त की गई है उनका यह कहना है कि अगर पुनः पेंशन योजना को लागू किया जाता है तो राज्यों की वित्तीय स्थिति पर भारी दबाव होगा। जिस वजह से भविष्य में पैसा भुगतान का बोझ भी लगातार बढ़ जाएगा और आम जनमानस उसको भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
पुरानी पेंशन योजना पर केंद्र सरकार ने किया स्पष्ट
पुरानी पेंशन योजना के संदर्भ में बात कर लिया जाए तो जैसे कि नया वर्ष शुरू होने जा रहा है और कर्मचारियों को यह उम्मीद है कि केंद्र सरकार सहित पुरानी पेंशन योजना को लेकर कुछ बड़े कदम उठा सकती है तो आप सभी की जानकारी के लिए बता देते हैं कि सरकार ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल पुरानी पेंशन को पूरी तरह से बहाल करने का कोई भी प्रस्ताव अभी विचार अभी नहीं है और सरकार नहीं पैसा योजना को और भी बेहतर बनाने पर पूरी तरह से केंद्रित है जैसे कि अभी यूनिफाइड पेंशन स्कीम को लागू किया गया जिसमें 10 वर्ष की सेवा करने पर ₹10000 मासिक पेंशन दिया जाएगा और 25 साल की सेवा करने पर अंतिम वेतन का 50 पैसा भुगतान दिया जाएगा। लेकिन कर्मचारी इन पेंशन स्कीम से खुश नहीं है कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ चाहिए और वही सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं।