BED Course NCTE New Guidelines: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर एनसीटीई के माध्यम से B.Ed कोर्स हेतु काफी महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है और देश भर के जितने भी राज्यों के बीएड कोर्स हेतु नई गाइडलाइन है वह जारी कर दिया गया है। अब जो भी अकेले B.Ed कॉलेज चल रहे हैं उसको मल्टी डीसीप्लेनिरी इंस्टिट्यूट में मर्ज कर दिया जाएगा और यह फैसला शिक्षा की अर्हता सुधारने के उद्देश्य से राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के माध्यम से लिया गया है।नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन के माध्यम से हम महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है और कॉलेज के लिए निर्णय काफी अहम है। देश में कोई भी कॉलेज सिर्फ बीएड कोर्स नहीं चला पाएंगे। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन के आदेश के आधार पर B.Ed के साथ ही कॉलेज को अन्य कोर्सेज भी चलाना होगा यह फैसला शिक्षा की गुणवत्ता हेतु सुधारने के उद्देश्य लिया गया है।
अब B.Ed कॉलेज को यह काम करना जरूरी
NCTE के माध्यम से नए नियम के आधार पर केवल बीएड की पढ़ाई करने वाले कॉलेजों को वर्ष 2000 तक किसी बहुविषयक डिग्री कॉलेज के साथ यहां पर मर्ज करना अब जरूरी हो चुका है। मर्ज होने के साथ ही कॉलेज न सिर्फ बीएड के पढ़ाई करवा पाएंगे। बल्कि इसके साथ ही अन्य कोर्स जैसे कि स्नातक आदि कोर्स भी यहां पर ऑफर कर पाएंगे। इसके बाद हर कोर्स में 50 से 50 छात्रों का एडमिशन दिए जाने का अनुमति भी मिल जाएगा। साथ ही आपको बता देते हैं देश में लगभग 15000 से अधिक ऐसे बीएड कॉलेज है जिसमें से कई में छात्रों की जो संख्या बहुत कम होने की वजह से बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं। NCTE के इस फैसले के आधार पर अब उन्हें फिर नया मौका मिल गया है अब यह कुल दूसरे विषय की पढ़ाई भी कर पाएंगे। जिससे छात्र भी संस्थान भी और मजबूत रहेंगे।
यह छात्र 12वी पास के बाद बीएड कोर्स में ले पाएंगे दाखिला
12वीं पास के बाद छात्र B.Ed कोर्स में एडमिशन आसानी से ले पाएंगे। इसके लिए चार वर्षीय इंटीग्रेटेड प्रोग्राम को भी शुरू किया गया है। जिसके अंतर्गत बीए बीएड, बीएससी बीएड और बीकॉम बीएड कोर्स में एडमिशन ले पाएंगे। इस बदलाव के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में नयी दिशा भी मिल पाएगी। शिक्षक बनने की तैयारी कर रही युवाओं को जल्द ही शिक्षक बनने का अवसर मिलेगा फिर NCTE के इस कदम से बीएड कॉलेज की स्थिति सुधार हो पाएगी साथ ही छात्रों पर भी शिक्षक बनने का यहां पर विकल्प मिलेगा।
15000 B.Ed कॉलेज को किया जाएगा मर्ज
एनसीटीई के आधार पर देश में 15000 ऐसे कॉलेज हैं जो कि इस श्रेणी के अंतर्गत आते हैं जिन्हें 2030 तक मल्टीडीसीप्लेनिरी संस्थानों मे परिवर्तन किया जाने वाला है नई गाइडलाइन के आधार पर यदि कोई बीएड कॉलेज तीन किलोमीटर के दायरे में किसी भी डिग्री कॉलेज के पास अगर संचालित हो रहा है तो उसे इस संस्थान में मर्ज कर दिया जाएगा और इसी तरह 10 किलोमीटर के भीतर आने वाले B.Ed कॉलेज को भी डिग्री कॉलेज के साथ मिलकर संचालित कर दिया जाएगा।
हर कोर्स में 50 छात्रों का होगा दाखिला
गाइडलाइन के आधार पर एक कोष में अधिकतम 50 छात्रों को प्रवेश दिया जा सकेगा। जिससे शिक्षा की गुणवत्तम को भी आप पर ध्यान रखा जाए। संशोधन का संतुलित उपयोग पूरी तरह से सुनिश्चित हो पाएगा। इसके साथ ही मार्जिन प्रक्रिया के दौरान जिन बीएड डिग्री कॉलेज के साथ जोड़ा जाने वाला है उन्हें आपसी समझौता भी करना पड़ेगा इस समझौते के अंतर्गत दोनों संस्थान भवन शिक्षा को बुनियादी ढांचे को आपस में साझा भी कर पाएंगे। बीएड पाठ्यक्रम को यहां पर इस प्रकार तैयार किया जाने वाला है। जिसमें छात्रों को विषय आधारित शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक कौशल व तकनीकी ज्ञान भी मिल पाएगा। जिससे शिक्षक बनने के लिए विद्यार्थियों को वास्तविक कक्षा का अनुभव हो पाएगा यह पूरा बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत किया गया है।