UP Teacher Online Attendance: उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 6 लाख से अधिक शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति हेतु योगी सरकार के माध्यम से काफी बड़ा फैसला ले लिया गया है। जैसे की बेसिक विद्यालयों में ऑनलाइन अटेंडेंस को लेकर आदेश सरकार के माध्यम से जारी किया गया था। जो कि शिक्षकों का लगातार इस ऑनलाइन उपस्थिति को लेकर विरोध किया जा रहा था। लेकिन ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था में रोक लगा दिया गया है जो कि समस्त शिक्षक कर्मचारियों के लिए बड़ी अच्छी खबर है।
उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालय में शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति हेतु अवस्थाओं को स्थगित कर दिया गया है। अब ऑनलाइन अटेंडेंस अभी नहीं होगा। मुख्य सचिव के माध्यम से यह आदेश पारित किया गया है। जितने भी शिक्षक ऑनलाइन अटेंडेंस को लेकर परेशान थे सभी शिक्षकों के लिए यह ऑनलाइन अटेंडेंस को रोक दिया गया है। ऑनलाइन अटेंडेंस हेतु कमेटी का गठन भी अब होगा। जिसमें अधिकारियों के साथ शिक्षाविद भी सम्मिलित किए जाएंगे और इसे दोबारा से लागू किया जाएगा। 8 जुलाई को व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू हुआ था सबसे शिक्षा के द्वारा लगातार इसका विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के जितने भी परिषदीय विद्यालय हैं वहां पर एक हफ्ते से लगातार ऑनलाइन अटेंडेंस का विरोध चल रहा है और धरना प्रदर्शन भी शिक्षकों के द्वारा किया गया था और वहीं पर विपक्षी दल के माध्यम से भी शिक्षकों के पक्ष में खड़े होकर लाइन अटेंडेंस का विरोध किया जा रहा था। ऑनलाइन हाजिरी का तोहफा जाना सही नहीं। विपक्षी दल के माध्यम से भी कहा जा रहा था विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं की बहुत कमी है शिक्षकों के भी काफी बड़ी संख्या में पद खाली हैं और सभी शिक्षकों को खाली पदों पर भारती के साथ-साथ स्कूलों में सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो शिक्षकों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान हो ऑनलाइन अटेंडेंस के पहले यह समाधान किए जाने की मांग की गई है।