DA Hike Latest News: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के लिए महंगाई भत्ते में बढोत्तरी को लेकर काफी बड़ी खबर आ चुकी है। जैसे कि हर 6 महीने में महंगाई भत्ते में संशोधन होता है जो कि जितने भी सरकारी कर्मचारी हैं और पेंशन भोगी है इन्हें यह संशोधन का लाभ मिलता है ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स यानी कि एआईसीपीआई पर आधारित होता है एआईसीपीई के आंकड़े महंगाई भत्ते बढ़ोतरी का भी संकेत देते हैं कि कितना पर्सेंट महंगाई भत्ता इस बार बढ़ाया जाएगा। इस बार कितना एआईसीपीआई का आंकड़ा है और कितना महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी हो सकती है यह पूरी जानकारियां विस्तृत पूर्वक बताई गई हैं।
यह है दिसंबर 2024 तक के एआईसीपीआई के आंकड़े
दिसंबर 2024 तक के आंकड़ों के बारे में बात कर लिया जाए तो अगस्त 2024 का जो एसबीआई आंकड़ा है वह 142.6 अंक था और सितंबर में यह एआईसीपीआई आंकड़ा 143.3 अंक पर पहुंचा था और अक्टूबर में एआईसीपीआई का आंकड़ा 144.5 अंक पर पहुंचा था। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट हो रहा है कि एआईसीपीई के आंकड़ों में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है और इस वृद्धि की वजह से कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी होती है आपको बता देते हैं जो यह अक्टूबर तक का एआईसीपीआई का आंकड़ा है यह दिसंबर तक बढ़ोतरी का अनुमान है ऐसे में जनवरी 2025 में इस बार काफी महंगाई भत्ते में बढोत्तरी हो सकती है।
जनवरी 2025 में इस बार इतना महंगाई भत्ता देखें
जनवरी 2025 में इस बार कितना महंगाई भत्ता बढ़ेगा तो आप सभी की जानकारी के लिए बता देते हैं कि जो एआईसीपीआई आंकड़े हैं इसके आधार पर इस बार जनवरी 2025 में 3 से 4 फरवरी महंगाई भत्ता बढ़ाया जा सकता है जिससे कर्मचारियों को सीधा इसका लाभ मिलेगा वैसे इस बार अधिकतम तीन प्रतिशत ही वृद्धि की संभावना है जो कि महंगाई भत्ता 53 से बढ़कर सीधा 56 फ़ीसदी पहुंच सकता है। इस महंगाई भत्ते की वजह से कर्मचारियों पर ज्यादा महंगाई का बोझ नहीं पड़ता है और उन्हें हर 6 महीने में महंगाई भत्ते का लाभ भी दिया जाता है जैसे कि वर्तमान दिए जो 3053 परसेंट है वह बढ़कर 56% हो जाएगा।
इस तरह होती है महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की प्रक्रिया
महंगाई भत्ते को किस प्रकार बढ़ाया जाता है इसकी प्रक्रिया आमतौर पर केंद्रीय मंत्रिमंडल के माध्यम से तय किया जाता है जो की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार यह है कि सबसे पहले एआईसीपीआई का आंकड़ों का आकलन किया जाता है जिसके बाद वित्त मंत्रालय के माध्यम से महंगाई भत्ते की गणना की जाती है और मंत्रिमंडल के माध्यम से महंगाई भत्ते का प्रस्ताव को पास किया जाता है। जिसके बाद आधिकारिक अधिसूचना घोषित होती है और कर्मचारियों को महंगाई भत्ता मिलना शुरू हो जाता है और जो बकाया भुगतान है वह एरियर के रूप में दिया जाता है महंगाई भत्ते से कर्मचारियों को वर्तमान में बढ़ रही महंगाई से काफी निजात मिलती है।