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NEET UG Cancel And Re Exam: नीट यूजी परीक्षा रद्द पर आदेश, पुनः एग्जाम जुलाई के अंतिम सप्ताह में? अभी-अभी आया फैसला

NEET UG Cancel And Re Exam: नीट यूजी परीक्षा रद्द होने की पूरी संभावनाएं बढ़ गई है अगर आप भी नीट यूजी की परीक्षा दिए हैं और सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले पर आपका ध्यान है तो आपको बता दिया जाता है। सुप्रीम कोर्ट के पांच ऐसी अहम टिप्पणी है जिसकी वजह से अब नीट यूजी परीक्षा रद्द होने की पूरी संभावनाएं दिख रही हैं नीट यूजी में गड़बड़ी और पेपर लीक मामले को लेकर 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई और रद्द किए जाने के बाद पुनः एग्जाम कराने की मांग छात्रों के द्वारा की जा रही है और इसी संबंध में याचिका भी सुप्रीम कोर्ट में पड़ी है।

सुप्रीम कोर्ट की सबसे बड़ी पांच अहम बिंदु हैं इन पांच अहम बिंदुओ से इस नीट यूजी पर काफी महत्वपूर्ण फैसला होने जा रहा है। सबसे पहले आपको बता देते हैं कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से यह कहा गया कि एनटीए डिस्क्लोजर रिपोर्ट दे और नेचर आफ लीक वे स्थान जहां पेपर लीक हुआ है लीक की घटना और परीक्षा के बीच का समय का अंतराल बताएं एक डिस्क्लोजर भी इनको देना चाहिए कि लाभार्थियों की और सेंटर से शहरों की पहचान हेतु अब तक क्या-क्या कदम उठाए गए हैं। और उसकी क्या प्रक्रिया अपनाया गया है और क्या कार्यवाही की गई है और छात्रों की कुल कितनी संख्या है?

सुप्रीम कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि सीबीआई जो जांच कर रही है। वह जल्द से जल्द नीट यूजी पेपर लीक मामले में रिपोर्ट कोर्ट के सामने पेश करें। ताकि स्पष्ट हो सके कि कितने स्तर पर नीट यूजी की परीक्षा का पेपर लीक हुआ है कोर्ट के द्वारा आ से आज गांव पर एक साथ सुनवाई की जा रही है। इनमें 34 से याचिका इंश्योरेंस की तरफ से डाली गई है तो टीचर्स और कोचिंग इंस्टिट्यूट की और जो चार याचिकाएं हैं वह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तरफ से लगाया गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने नीट यूजी पेपर पर की पांच अहम टिप्पणी

अगर आप भी नीट यूजी परीक्षा दिए हैं तो सबसे पहले आपको बता देते हैं सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पहले से पड़ी याचिका में कहा है कि यह साफ है कि पेपर लीक हुआ है अब सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि इसका दायरा कितना बड़ा है?

अगर सीबीआई द्वारा दोषियों की पहचान नहीं हुई तो दोबारा नीट यूजी का एग्जाम करना होगा।

नीट यूजी एग्जाम में दो स्टूडेंट्स की गड़बड़ियों की वजह से एग्जाम नहीं रद्द किया जा सकता है।

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से पेपर लीक हुआ है तो वह जंगल में आग की तरफ फैलता है।

सीबीआई क्या यह पता नहीं लगा सकती कि पूरा नीट यूजी एग्जाम प्रभावित हुआ है या नहीं?

आपको बता दिया जाता है सुप्रीम कोर्ट ने पांचो यह टिप्पणी यह जिसमें पेपर लीक भी बातें कही गई है पेपर नहीं रद्द की भी बातें कही गई हैं। सुप्रीम कोर्ट को सीबीआई अब जांच रिपोर्ट सौंपेगी इसके अलावा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और केंद्र को फिर से अपने 10 पन्नों में जवाब दाखिल करेंगे इसके बाद 11 जुलाई को फिर से यह सुनवाई होगी।

11 जुलाई को हो सकता है अंतिम फैसला

नीट यूजी परीक्षा मामले की सुनवाई लगातार जारी है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले को जब तक निपटा नहीं देगा तब तक लगातार सुनवाई जारी रहेगी। जैसे कि 8 जुलाई को सुनवाई हुई 8 जुलाई के बाद अभी से मामले की सुनवाई 11 जुलाई को होने जा रही है और 11 जुलाई को इस सुनवाई के दौरान बहुत कुछ स्पष्ट हो सकेगा। 11 जुलाई को इसलिए डेट लगाया गया ताकि सीबीआई भी जांच करके जल्द से रिपोर्ट्स पर और एनटीए वाले बच्चों से जो 10 पन्नों में रिपोर्ट मांगा गया वह भी कोर्ट में सौपा जा सके। इसी वजह से 8 जुलाई से सीधे 11 जुलाई डेट लगाइ हैं।

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4 thoughts on “NEET UG Cancel And Re Exam: नीट यूजी परीक्षा रद्द पर आदेश, पुनः एग्जाम जुलाई के अंतिम सप्ताह में? अभी-अभी आया फैसला”

  1. Neet ug की बड़ी गड़बड़ी उन 24000 बच्चों के मे हुई है जो 10 April 2024 को registration किये हैं। इन बच्चों ने 680 से 720 मार्क पाए हैं जो NTA ने इन्हें मुहैया किया है। इस मे बड़े बड़े घरों वे बच्चे हैं जो पैसा दे कर सरकारी मेडिकल seat खरीदें हैं, तो NTA कैसे re neet कराने का बात कहेगी। 680 से 720 मेहनत से रखने वाले बच्चे भी संदेह के घेरे में हैं। NTA गड़बड़ी और सही मे अंतर नहीं दिखा सकता। अत re neet कर के समस्या का समाधान करे NTA I

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  2. पेपर में धांधली किस हद तक हुआ है ये पता लगाने में NTA सक्षम नहीं है या सही बताना नही चाहते हैं। जब पेपर लीक की बात हर जगह से आ रही है इसका मतलब है की पड़े पैमाने पे धांधली हुई है।
    इन सब सवालों का एक ही निराकरण है फिर से पेपर सारे बच्चों का लिया जाए जो वास्तविक बच्चे हैं वो फिर से आ जायेंगे जो मुन्ना भाई हैं वो निकल जायेंगे,इसमें वास्तविक बच्चो का कोई नुकसान नहीं है।
    माननीय उच्चतम न्यायालय को पेपर रद्द कर के फिर से एग्जाम लेने का आदेश करना चाहिए ताकि इन सब सवालों पे पूर्ण विराम।लग सके तथा भविष्य में ऐसी धांधली ना हो उस पे काम किया जा सके।

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