NEET UG Exam Supreme Court Order: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से 5 मई को नीट यूजी की परीक्षा आयोजित करवाई गई। इस परीक्षा में कुल 24 लाख अभ्यर्थियों के द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाया गया था। लेकिन आज सुप्रीम कोर्ट में इस सम्बंध में एक याचिका पड़ी थी। जिसको लेकर आज सुनवाई चली सुप्रीम कोर्ट ने इस सम्बन्ध में आदेश पारित कर दिया है और छात्रों को सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से परीक्षा रद्द करने और काउंसलिंग प्रक्रिया रोक लगाने से इनकार कर दिया गया है और दोबारा परीक्षा कराने की मांग को लेकर जो याचिकाएं पड़ी हुई थी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को इस संबंध में नोटिस भी जारी कर दिया गया है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से नीट यूजी परिणाम की घोषणा के पहले ही शिवांगी मिश्रा और अन्य ने 1 जून को यह याचिका दायर की थी। परिणाम आने के बाद कई उम्मीदवारों को अनुग्रह अंक यानी कि ग्रेस मार्क्स देने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिस याचिका की सुनवाई को लेकर जल्द डेट जारी होगी और सुनवाई के लिए जल्द डेट सूची बद्ध होगा। नीट यूजी के एग्जाम में गड़बड़ी का आरोप पूरे देश भर में छाया हुआ है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अब काउंसलिंग प्रक्रिया रोकने पर रोक लगा दिया है और काउंसलिंग प्रक्रिया जारी हो जाएगी। इसके अलावा दोबारा इसकी परीक्षा आयोजित अब नहीं होगी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को नोटिस भी जारी कर दिया है क्योंकि ढेर सारी याचिकाएं पड़ी हुई है।
NEET UG Result Latest News
नीट यूजी की परीक्षा को लेकर पूरे देश भर में विवाद छिड़ा हुआ है 5 मई को 24 लाख उम्मीदवारों ने इस परीक्षा को दिया था। 1500 छात्रों को बढ़ा चढ़ा कर अंक दिए गए थे और नतीजे घोषित हो जाने के बाद अनियमितताओं को लेकर काफी विवाद देखने को मिला है। अब बड़ा सवाल है कि नीट यूजी की काउंसलिंग हो पाएगी या फिर नहीं हो पाएगी तो आपको बता दिया जाता है सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाई है और काउंसिल प्रक्रिया अब शुरू हो जाएगी। नीट यूजी परीक्षा को लेकर सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक छात्रों के द्वारा आंदोलन लगातार जारी है। आपको बता दिया जाता है सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाया है न हीं एग्जाम करने के लिए आदेश दिया है ऐसे में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को अगली सुनवाई में सुना जाएगा।
NTA प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं बड़ी बात
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से नीट यूजी की परीक्षा आयोजित करवाई गई थी। नीट यूजी की परीक्षा जिन भी छात्रों ने दिया है अगर वह नीट यूजी की परीक्षा पास कर लिए हैं उन्हें देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सहित विभिन्न प्रकार के कोर्सों के लिए एडमिशन मिलेगा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से 8 जून को एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करवाई गई थी। उन्होंने रिजल्ट पर उठ रहे सवालों पर कहा था की पूरी तरह से पारदर्शिता इस एग्जाम में बढ़ाई गई है और अब इसका पुनः एग्जाम नहीं होगा और ग्रेस मार्क्स जो दिए गए हैं वह टाइम लास की वजह से कुछ ही कैंडिडेट्स को दिए गए हैं क्योंकि टाइम लास के लिए उन छात्रों को मुआवजा देना था और मुआवजे के तौर पर ग्रेस मार्क्स दिया गया दिया है।
नीट यूजी परीक्षा पर वकीलों ने कही बड़ी बात
नीट यूजी परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई तो हो चुकी है। लेकिन वहीं पर अधिवक्ता के सई दीपक के द्वारा कहा गया कोर्ट में काफी सारी याचिकाएं हैं कुछ याचिकाओं का परिणाम घोषित होने से पहले ही इस आधार पर आधारित की गई थी कि पेपर लीक हो गया था उन याचिकाओं के संबंध में नोटिस जारी कर दिया गया है हमारी याचिका थोड़ी अलग है हम अलग पांडे का प्रतिनिधित्व करते हैं जिन्होंने लगभग 20 हजार छात्रों से हस्ताक्षर भी एकत्र कर लिए हैं। जो स्पष्ट रूप से कम से कम 1500 छात्र ऐसे हैं जिन्हें 70 से 80 अंक ग्रेस मार्क के रूप में दिए गए हैं और मनमाने ढंग से यह ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं इन अधिवक्ता के माध्यम से यह भी कहा गया कि कोर्ट ने यह संकेत दिया है कि हमारे मामले को भी अलग-अलग मामलों के साथ उठाया जाएगा। लेकिन कोई कोर्ट का स्पष्ट है कि वह इस स्तर प्रकाशित प्रक्रिया पर अभी वर्तमान में रोक नहीं लगाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की दलीलें भी सुनेंगे और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से अभी सुनवाई की तारीख तय नहीं की गई है। कोर्ट के माध्यम से बताया गया है कि इम्तिहान की मर्यादा और प्रक्रिया पर असर पड़ा है हम एनटीए की दलील भी अब सुनना चाहेंगे और अगली सुनवाई में एनटीए अपनी दलीलें सुनाएगा और सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए से जवाब भी मांगा है नीट यूजी परीक्षा पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जा रही है और अगली सुनवाई की डेट जल्द पता लगेगी इसके अलावा सन्देह के घेरे में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी आ चुका है।क्योंकि 67 ऐसे परीक्षार्थी है जिन्हें 720 अंक में पूरे 720 अंक मिले हैं जो कि याचिका कर्ताओं ने इस पर पूरी तरह से संदेश जताया हैं।
ग्रेस मार्क्स के मानक को सार्वजनिक किया जाना चाहिये ! यदि पहले से सार्वजनिक नहीं किया है तो यह प्राविधान रद्द करके माननीय न्यायपालिका द्वारा सम्बद्ध उम्मीदवारों द्वारा ३घंटे में से उपलब्धअवधि में अर्जित अंकों के आनुपातिक ढंग से ग्रेस मार्क्स का प्रविधान बने , ना कि फ्लैट रेट से !….इससे परीक्षा में सम्मिलित अन्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय नहीं लगेगा, शुचिता-स्तर बेहतर होगा !!
Right
Ye bhi सही होगा
सुप्रीम कोर्ट को जनता ईश्वर के बाद ईश्वर के प्रतिनिधि का दर्जा देकर माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले में, ईश्वर के साझी फैसले की स्वीकृति के समावेश का, विवेचन ईश्वर प्रदत्त विवेक के आधार पर करने के बाद ,किये गये न्यायिक फैसले के उचित होने की प्रमाणिक शतप्रतिशत सत्य की अवस्था में पाये जाने की स्थिति में, न्यायिक सत्य फैसले को स्वीकार करते समय इस फैसले में ईश्वरीय विधान के अनुसार केवल और केवल सत्य के आधार पर किये गये न्याय की स्थिति का आभास ईश्वर प्रदत्त विवेक के द्वारा स्वत: हो जाने के बाद, सहर्ष उचित न्याय को स्वीकार करने में जनता अपने आप को गौरवान्वित महसूस करती रही है, ईश्वरीय विधान की अनिवार्यता के समावेश को प्राथमिकता देते हुए न्यायोचित फैसले की लिखित, एवं मौखिक एक समान घोषणा करते हुए, भविष्य में भी सच्चे ईश्वरीय विधान की अनिवार्यता को प्राथमिकता देते हुए न्यायोचित फैसलों को एक समान लिखित और मौखिक घोषणा करने का “सु संकल्प” सुप्रीम कोर्ट के साथ विश्व की सभी कोर्टों को लेना ईश्वरीय विधान के अनुसार अति अनिवार्य है| 🙏 निवेदक :- आप सबका :-विनोद कुमार जायसवाल मोबाइल नंबर 7800457537🙏
किसी को टाइम के वजह से ग्रेस मार्क्स देना ठीक नही है इनको यदि टाईम कम मिलता है तो एक्स्ट्रा टाइम देना चाहिए कोई क्वेश्चन यदि गलत हो तोही ग्रेस मार्क्स का चयन किया जाना चाहिए जो सभी को बराबर मिले यदि कोई वजह से स्टुडंट्स को पेपर लेट मिलता है तो जो भी व्यक्ती इस चीज के लिए जिम्मेदार है ऐसे कितने लोगो को आपने निलंबित किया या उनके खिलाफ एक्शन लिया
किसी भी स्टूडेंट को टाइम की वजह से ग्रेस मार्क्स देना ठीक नही है उन्हे उतना एक्स्ट्रा टाईम दे सकते है यदि क्वेश्चन गलत हो तभी आप सभी स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दे सकते है किसी जिम्मेवार के वजह से पेपर लेट दिया हो या सेंटर पर गडबडी हुई हो ऐसे कितने लोगो को आपने बरखास्त निलंबित किया
NTA ने बड़ी संख्या में गड़बड़ी की है हजारों करोड़ों मैं एनटीए ने पेपर बेचा है, जिससे अब वह कहीं वकीलो और जजों को खरीद सकता है, जो की हिन्दुस्तान के डीएनए में है यदि सुप्रीम कोर्ट लाखों बच्चों के भविष्य के बारे न सोचकर एक विकाऊ एजेंसी की पैरवी कर रहा तो हिन्दुस्तान में न्याय किस से मांगा जाये,
सरकार भी चुनाव जीत गयी और कौन-कौन किस किस विभाग को लुटेगा उसके बंटवारे में लगे हैं, लाखों बच्चों का भविष्य अंधकार जाये
सुप्रीम कोर्ट / सरकार को लाखों बच्चों के भविष्य के बारे सोच कर एनटीए फटकार लगाकर नीट की परिक्षा तुरन्त करवानी चाहिए
धन्यवाद
Y sabhi students k saath Galt hoga
नीट परीक्षा का पर्चा लीक हुआ है, NTA दबाना चाहती है, 650+ नंबर आने वाले स्टूडेंट को भी government medical College Milana mushkil hai…. पेपर वापस होना चाहिए
You are absolutely right in saying that no exam should be conducted again till the Supreme Court or else those who have ruined the lives of 24 lakh children should do the same with them. We should and the Supreme Court should take the same decision regarding NEET exam again.
Bilkul sahi kaha aapne
ग्रेस मार्क्स परंपरा न बन जाए ।
NTA ne hamare future ke sath dhokha kiya hh
May be it’s a trial for big corruption as people tell to give extra time this time they get to plan an intentionally late session after disclosures of paper at some other center.
So the paper extra set to be prepared and shared during such situations having all diffrent questions in every single question paper.
This will avoid plan execution from corrupted politician.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के जो महोदय अध्यक्ष हैं इन्होंने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अध्यक्ष का पदभार 14 अगस्त 2023 को पाया था इससे पहले यह 3 वर्ष यूपी एससी के अध्यक्ष थे और यूपीएससी में सिविल की परीक्षा को दिए बगैर लिटरल एंट्री के माध्यम से आई ए एस बनाना इन्हीं के संरक्षण में हुआ था यह देश के इतिहास में नई-नई व्यवस्थाएं लाने वालों में है अब वह व्यवस्थाएं उनकी नजर में तो व्यवस्था है लेकिन परीक्षाओं की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों के लिए अव्यवस्था का रूप धारण कर रहा है
Hmare sath nainsafi hui h hmare bchcho ne khubh mehnat ki no to thik h but rank kyon thik nhi h last year no km the rank bhi km thi ishbar no bhi jyda h rank bhut jyda bnadi h nta fraud kr rha h plz help us
Exam cancel kijiyee Golmal Golmal huaa hai
Exam cancel kijiye
इतने बड़े स्तर पर महा घोटाला हुआ है नीट परीक्षा 2024 में इसका विकल्प यही है कि नीट परीक्षा को कैंसिल कर री नीट परीक्षा की डेट दी जाए 24 लाख विद्यार्थियों और उनके परिवारों के साथ केवल और केवल यही न्याय होगा कि नीट परीक्षा पुनः आयोजित करवाई जाए
India me insaf nhi Raha sc bhi nay nhi de skti.modi sir to akh laga ke baithe h unke pass other logo se milne ka time pr desh ke bacho ke future ke lye koi action nhi le rahe h.neet keval bacho ka hi nhi future ke bagwan h.modi sir plz jago.aj apse hum bache insaf chate h
मध्य प्रदेश व्यापम के घाव अभी सूखे ही नहीं थे कि नीट से रक्त बहने लगा !