RBI Note Printing Close: भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के माध्यम से तीन प्रकार के नोटों की जो छपाई बंद करने का निर्णय है वह ले लिया गया है। अब यह जो निर्णय है इसलिए यहां पर लिया गया है ताकि जो डिजिटल लेनदेन है इसका बढ़ावा आसानी से मिल सके और इसमें एक नोट को परमानेंटली पूरी तरह से बंद कर दिया गया जो कि मार्केट में अब यहां नोट पूरी तरह से उपलब्ध भी नहीं है और आप उसे उपयोग में भी अब मार्केट में नहीं ले पाएंगे।
₹2 ₹5 हुआ ₹2000 के नोट की छपाई हुई बंद
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के माध्यम से ₹25 और ₹2000 के नोटों की जो छपाई हो बंद करने का महत्वपूर्ण निर्णय ले लिया गया है। यह जो फैसला भारतीय अर्थव्यवस्था में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दिए जाने के मकसद से लिया गया है और नगदी प्रबंधन प्रणाली को अधिक प्रभावित बनाने के उद्देश्य यह फैसला लिया गया है। हालांकि नोटों की जो छपाई है वह बंद किया जा रहा है। लेकिन अभी इसकी जो वैधता है वह खत्म नहीं किया गया है यानी यह जो नोट है अभी सही चलन में रहने वाले हैं जो कि आम लेनदेन में इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
भारत देश में ₹2 व ₹5 के जो नोट है पहले भी काफी मात्रा में प्रचलन में थे। अब इन्हें पूरी तरह से बंद किया जाने वाला है। अब उनकी जगह छोटे मूल के सिखों का भी इस्तेमाल यहां पर बढ़ाया जाने वाला है। क्योंकि छोटे सिक्के अधिक टिकाऊ यहां पर रहते हैं और लंबे समय तक क्या चलने वाले हैं इन नोटों की छपाई में जो लगने वाली लगे थे वह अभी काफी ज्यादा थी इसलिए इस्तेमाल यहां पर सीमित हो रहा था। इसी वजह से भारतीय रिजर्व बैंक आफ इंडिया के माध्यम से छपाई का जो कार्य है वह बंद करने का निर्णय लिया गया है।
₹2000 का नोट को स्थाई रूप से किया गया बंद
₹500 के जो नोटों को लेकर सोशल मीडिया पर एक समय अफवाहें चल रही थी जो कि इन्हें बंद कर दिया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं है प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो के माध्यम से यह बताया गया है कि ₹500 के नोट की पूरी तरह से वैध है इनकी छपाई में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है यह जानकारी एक तरह से जनता के यहां पर अफवाहों से सावधान करने के लिए पूरी तरह से जरूर था ताकि कोई भ्रम यहां पर ना फैले।
छपाई बंद होने से डिजिटल लेनदेन को मिलेगा बढ़ावा
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के माध्यम से जो यह कदम है सिर्फ मुद्रा लागत को यहां पर कम करने हेतु ही नहीं बल्कि डिजिटल ट्रांजेक्शन को अधिक बढ़ावा देने के उद्देश्य लिया गया है। सरकार की जो डिजिटल इंडिया पहले इसको देखते हुए छोटे लेनदेन में अब क्यूआर कोड यूपीआई और उन डिजिटल माध्यम से भुगतान हेतु बढ़ावा दिया जाने वाला है। ₹25 जैसे छोटे नोटों की जो जगह है अब डिजिटल ट्रांजेक्शन को यहां पर प्राथमिकता दिया जा रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के माध्यम से पुराने नोटों हेतु एक महत्वपूर्ण योजना बनाया गया है। जिसके तहत इनका रीसाइकलिंग यहां पर किया जाने वाला है। पुराने अभी गंदे नोटों से अनुकूल उत्पाद जैसे की बॉर्डर फर्नीचर सजावटी जो वस्तु में बनाए जाने वाला इस प्रक्रिया से पुराने नोटों का बेहतर उपयोग भी यहां पर हो पाएगा। पर्यावरण पर भी नकारात्मक असर यहां पर पढ़ने वाला है लोगों के यहां सलाह दिया गया है कि यह आप वहां पर बिल्कुल भी ध्यान ना दें और भारतीय रिजर्व बैंक आफ इंडिया या फिर प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो जैसे आधिकारिक संस्थाओं की जानकारी पर ही पूरी तरह से विश्वास लोग करें।