UPPSC RO ARO Exam Date 2024: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से प्रदेश के 75 जनपदों में एक दिवसीय परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा कराये जाने पर अंतिम निर्णय ले लिया गया है। लेकिन समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा हेतु अभी वर्तमान में परीक्षा केंद्र मिल पा रहे हैं जिस वजह से परीक्षा दो दिवसीय आयोजित की जा सकती है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से जानकारी दी गई है परीक्षा कराने हेतु अधिकतम 978 केंद्र अभी तक मिल पाए हैं। समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा हेतु इससे ढाई गुना अधिक केन्द्रों की अभी जरूरत पड़ने वाली है तो ऐसे में सवाल है कि आयोग की एक दिन में परीक्षा कैसे करा पाएगा।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से जो पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा होने वाली है। उसके लिए 576154 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। जिसके लिए प्रदेश में केन्द्रों की जरूरत है लेकिन सख्त नीति की वजह से आयोग को सभी 75 जिलों में केवल 978 केंद्र अभी वर्तमान में मिल पाए हैं वहीं पर समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी प्रारंभिक परीक्षा में इसे ढाई गुना अधिक केन्द्रों की आवश्यकता पड़ने वाली है। 11 फरवरी को समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी 11 फरवरी को आयोजित हुई थी लेकिन पेपर ले की वजह से आप पेपर निरस्त हुआ था अब इस परीक्षा को लेकर पेंच फंसा हुआ है।
यूपीपीएससी आरओ एआरओ परीक्षा में केंद्र यह सबसे बड़ी बाधा
समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा तो होने वाली है लेकिन यह परीक्षा एक दिवसीय आयोजित हो पाएगी या नहीं यह अभ्यर्थी में सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है।आप सभी की जानकारी के लिए बता देते हैं समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा कराने के लिए अभी कुल 978 परीक्षा केंद्र ही पूरे 75 जिलों में आयोग को मिल पाए हैं और इससे ढाई गुना अधिक परीक्षा केन्द्रों के भी आयोग को जरूरत है तो ऐसी स्थिति में यह परीक्षा 1 दिन में परीक्षा कराना मुश्किल लग रहा है।
अभ्यर्थियों ने दो दिवसीय परीक्षा कराये जाने के नुकसान गिनाए
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा के संदर्भ में बात कर लिया जाए तो परीक्षा भाग्य भरोसे होने वाली है। अधिक सवाल हल करने पर भी बाहर होने की उतनी ही यहां पर आशंका बनी रहेगी। जीतने की कम प्रश्न करके यहां पर क्वालीफाई होने की शंका बनी रहेगी। आयोग का हमेशा इतिहास रहा है कि प्रत्येक प्रश्न में 8 से 10 गलत विवादित उत्तर होते हैं ऐसी स्थिति में मानकीकरण 2 दिन और 3 मिनट में यहां परीक्षा अगर होती है तो पेपर आउट होने का खतरा भी काफी अधिक बन जाता है प्रशासन पर सर्वाधिक भोज इससे पड़ता है इसके अलावा प्रिंटिंग प्रेस से भी पेपर आउट होने का खतरा बढ़ता रहता है।
एक दिवसीय परीक्षा होने पर यह है कई फायदे
एक दिवसीय परीक्षा कराये जाने पर कई फायदे भी हैं प्रशासनिक तंत्र अपनी पूरी ऊर्जा व समझने से नकल विहीन एवं स्वच्छता पूर्ण परीक्षा को आसानी से कर सकेगा। सरकार आयोग और प्रशासन का जो लाखों रुपए का सरकारी खर्च वह भी बच सकेगा। 75 जिलों में आयोग को केंद्र उपलब्ध भी हो सकेंगे और अन्य परीक्षाओं में भी इसका पूरी तरह से फायदा मिलेगा। अभ्यर्थियों को यह सुझाव है कि इंजीनियरिंग कॉलेज जिसमें राजकीय प्राइवेट कॉलेज पॉलिटेक्निक आईटीआई मेडिकल कॉलेज आदि सभी परीक्षा केंद्र को बनाया जाए इसके अलावा विश्वविद्यालय महाविद्यालय भी परीक्षा केंद्र को बनाया जाए निजी शिक्षण संस्थानों मे सरकारी कर्मचारियों को लगाया जाए।
यूपीपीएससी आरओ एआरओ परीक्षा इस माह
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों में सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है तो आप सभी की जानकारी के लिए बता देते हैं। समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा 22 दिसंबर को प्रस्तावित थी लेकिन यह परीक्षा टाल दिया गया है अब यह परीक्षा जनवरी में आयोजित हो सकती है। हालांकि लोक सेवा आयोग इस पर अंतिम निर्णय जल्दी लेने वाला है और जल्दी एग्जाम डेट की ऑफिशियल तिथियां घोषित होने वाली हैं क्योंकि आयोग के माध्यम से जो कमेटी गठित की गई है वह कमेटी जल्दी समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा पर निर्णय लेने जा रही है।